How to Start Cotton Wicks Making Business? | कॉटन बत्ती बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें?

How to Start Cotton Wicks Making Business: भारत देश में पूजा पाठ और धार्मिक कार्यों में दीपक बहुत ही ज्यादा शुभ माना जाता है। यह परंपरा बहुत ही पुराने वक्त से चली आ रही है और लगातार चल रही है। लेकिन सबसे जरूरी बात है कि दीपक जलाने के लिए रुई की बत्ती की भी जरूरत होती है।

इसी के चलते आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताने वाले हैं कि आप हुई की बत्ती बनाने का बिजनेस कैसे शुरू कर सकते हैं। जिससे कि आपको अच्छा खासा मुनाफा भी होगा। इस व्यवसाय को आप बहुत ही कम निवेश के साथ में शुरू कर सकते हैं। तो चलिए शुरू करते हैं।

Table of Contents

कॉटन बत्ती बिजनेस क्या है? (What is Cotton Wicks Business?)

कॉटन की बत्ती को रुई से बनाया जाता है। इसको दीपक में घी या तेल के साथ में जलाया जाता है। भारत में लोग रोजाना पूजा पाठ करते हैं और साल भर काफी सारे त्यौहार भी आते हैं तो लोग दीपक रोजाना ही जलाते हैं। इसीलिए रुई की बत्ती बनाने का बिजनेस आप बहुत ही आसानी से शुरू कर सकते हैं और यह 12 महीने तक चलने वाला व्यवसाय है।

कॉटन बत्ती के प्रकार (Types of Cotton Wicks)

  1. अभी के वक्त में मार्केट में हुई की बत्तियों के अलग-अलग प्रकार आने लग गए हैं।
  2. लंबी बाती (Long Wicks) – मंदिरों और ज्योत में लंबी बत्ती का ही इस्तेमाल होता है।
  3. छोटी गोल बाती (Round Wicks) – घरों में दीपक जलाने के लिए छोटी और गोल बत्ती का इस्तेमाल होता है।
  4. मशीन से बनी बाती (Machine Made) – इसका साइज एक जैसा होता है और उत्पादन भी ज्यादा होता है।
  5. हाथ से बनी बाती (Handmade) – काफी सारे लोग हाथ से बनी हुई बत्तियां भी पसंद करते हैं।

इस बिजनेस को शुरू करने के फायदे (Benefits of Starting Cotton Wicks Business)

  1. यह बिजनेस कम निवेश में शुरू किया जा सकता है।
  2. घर बैठकर महिलाएं भी इसको शुरू कर सकती हैं।
  3. इसकी मांग साल भर रहती है।
  4. इसमें प्रॉफिट मार्जिन भी अच्छा मिलता है।
  5. मशीन से आप ज्यादा उत्पादन कर सकते हैं।

कॉटन बत्ती बिजनेस शुरू करने के लिए जरूरी चीजें (Things Required to Start)

कच्चा माल (Raw Material)

आपको अच्छी क्वालिटी की रुई, प्लास्टिक या पैकेजिंग पाउच और लेबल या स्टिकर चाहिए होंगे।

मशीनरी (Machinery)

  1. हाथ से चलने वाली बत्ती बनाने की मशीन की कीमत 5 हज़ार रुपए से शुरु हो जाती है।
  2. लेकिन ऑटोमेटिक मशीन तकरीबन ₹20,000 से लेकर ₹50,000 तक की आएगी।\
  3. लेकिन अगर आप ज्यादा निवेश इस बिजनेस में नहीं करना चाहते हैं तो आप हाथ से भी रुई की बत्ती बनाकर व्यवसाय कर सकते हैं।

स्थान (Work Space)

  1. अगर आप इस बिजनेस को घर से ही शुरू कर रहे हैं तो आप घर में ही कोई छोटा सा कमरा इस काम के लिए ले सकते हैं।
  2. अगर आप मशीन से बना रहे हैं तो इसके लिए टेबल और एक बिजली का कनेक्शन चाहिए होगा।

लागत कितनी आएगी? (Cost to Start the Business)

अब बात करते हैं कि इस बिजनेस में लागत कितनी आएगी क्योंकि कोई भी व्यवसाय शुरू करने से पहले यह आंकड़ा जरूर लगाना चाहिए कि उसमें कितनी लागत आएगी और कितना प्रॉफिट मार्जिन है। हालांकि फिलहाल हम लागत की बात कर रहे हैं।

  1. इसमें आपकी 100 किलो रुई कम से कम ₹7,000 से ₹8,000 की आएगी।
  2. आपकी मशीन ₹5,000 से ₹25,000 तक की आ जाएगी।
  3. पैक करने की चीज़ें भी ₹1,000 से ₹2,000 तक की आ जाएगी।
  4. बाकि का ₹1,000 ऊपर का खर्च मान कर चल सकते हैं।
  5. कुल मिलाकर इस बिज़नेस में शुरुआत में ₹10,000 से ₹35,000 तक की लागत आपकी लगेगी।

कॉटन बाती कैसे बनाएं? (How to Make Cotton Wicks)

  1. इसके लिए सबसे पहले तो आपको अच्छी क्वालिटी की रुई लेनी होगी।
  2. मशीन में रुई को रखना है और उसकी बटन को ऑन कर देना है।
  3. अगर आप हाथ से बना रहे हैं तो बत्तियों को घुमाकर उनको लंबी या फिर गोल बना सकते हैं।
  4. जो भी बत्तियां तैयार हो गई है उनको एक जगह इकट्ठा कर लेना है।
  5. फिर उनको तय मात्रा में पाउच या फिर डिब्बे में पैक कर देना है।
  6. अपना लेबल लगाकर भी बाजार में बेच सकते हैं।

कॉटन बत्ती को कहां बेचें? (Where to Sell Cotton Wicks)

अब बात आती है कि इन बत्तियों को कहां बेचें क्योंकि आपने उनको बना तो लिया लेकिन पता नहीं है कि कहां पर बेचना है। नीचे हम आपको पॉइंट्स में बता रहे हैं कि आप किन जगहों पर इनको बेच सकते हैं।

  1. नजदीकी जो भी किराना स्टोर या फिर पूजा सामग्री की दुकानें हैं वहां पर आप कांटेक्ट कर सकते हैं।
  2. अमेजॉन से लेकर फ्लिपकार्ट और मीशो जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर भी बेच सकते हैं।
  3. इसके अलावा आप मंदिरों में भी इसको सीधी तरीके से सप्लाई कर सकते हैं।
  4. अगर आप खुद की ब्रांडिंग करना चाहते हैं तो आप Made at Home का भी टैग लगाकर बत्तियां बेच सकते हैं। जिससे कि लोग और भी ज्यादा आपके प्रोडक्ट की तरफ आकर्षित होंगे।

कितना मुनाफा हो सकता है? (Profit Margin in Cotton Wicks Business)

  1. मानकर चलिए कि आप रोजाना 2 किलो बत्तियां बना लेते हैं तो महीने में आप 60 किलो तैयार कर लेंगे।
  2. अगर आपकी 1 किलो बत्ती की बिक्री ₹250 की होती है और लागत ₹100 की आती है। तो इस हिसाब से आप शुरुआत में महीने के आराम से ₹9000 कमा लेंगे।
  3. जैसे-जैसे मशीन और नेटवर्क बढ़ाने लगेगा वैसे-वैसे आपका प्रॉफिट भी बढ़ेगा। इस हिसाब से आप धीरे-धीरे ₹15000 से लेकर ₹30000 भी महीने का आराम से कमा पाएंगे।

बाती बनाने के लिए जरूरी लाइसेंस (Required Licenses)

  1. अब बात आती है लाइसेंस की तो जब भी आप कोई भी बिजनेस शुरू करते हैं तो आपको कुछ जरूरी लाइसेंस की जरूरत पड़ती है। नीचे हम आपको लिस्ट दे रहे हैं कि इस बिजनेस के लिए आपको कौन से लाइसेंस की आवश्यकता होगी।
  2. अगर आप घरेलू स्तर पर इस बिजनेस की शुरुआत करते हैं तो आपको किसी भी लाइसेंस की जरूरत नहीं पड़ेगी।
  3. लेकिन अगर आप बड़ा उत्पादन कर रहे हैं तो आपको Udyam Registration और GST Number लेना होगा।
  4. इसके अलावा आप पैकिंग पर अपना ब्रांड नाम और मैन्युफैक्चरिंग डिटेल्स भी देंगे। जो बहुत जरूरी है।

निष्कर्ष (Conclusion)

अगर आप कॉटन की बत्ती बनाने का बिजनेस छोटे स्तर पर शुरू करने जा रहे हैं तो यह आपके लिए बहुत ही बढ़िया साबित हो सकता है। इसको आप बहुत ही कम इन्वेस्टमेंट और घरेलू सेटअप के साथ में शुरू कर सकते हैं। अगर आप अपने बिजनेस की मार्केटिंग बहुत ही बेहतर तरीके से करते हैं तो जल्दी ही आपका बिजनेस ग्रो करने लग जाएगा। जिससे आपको जबरदस्त मुनाफा भी होगा।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

क्या कॉटन बत्ती का बिजनेस घर से शुरू कर सकते है?

हाँ, इसको आप आराम से घर बैठे भी शुरू कर सकते हैं और महिलाएं भी इसको आराम से चला सकती हैं।

इसमें मशीन की जरूरत कब होती है?

अगर आप ज्यादा मात्रा में उत्पादन करने लगते हैं और हाथ से बनाना बहुत ज्यादा मुश्किल हो जाता है तो आप मशीन का इस्तेमाल कर सकते हैं।

क्या इसमें कोई नुकसान भी है?

अगर आप इसकी क्वालिटी पर ध्यान नहीं देंगे तो बाजार में भी आपका माल नहीं देख पाएगा। इसीलिए जब आप शुरुआत करें तो पहले थोड़ी मात्रा में ही इसको बनाएं। उसकी टेस्टिंग भी कर सकते हैं।

क्या ये सीजनल बिजनेस है?

नहीं, ये होली या फिर दिवाली जैसे त्योहार की तरह सीजनल बिजनेस तो नहीं है। लेकिन ऐसे त्योहारों पर इसकी मांग जरूर बढ़ जाती है क्योंकि पूजा पाठ में इसका इस्तेमाल होता है।

क्या इसे ऑनलाइन भी बेचा जा सकता है?

हां, अभी के वक्त में लोग इंस्टाग्राम से लेकर व्हाट्सएप और अमेजॉन जैसे प्लेटफार्म पर लोकल प्रोडक्ट्स खूब खरीदने लग गए हैं।

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